Tuesday, October 23, 2007

राम ही तो करूणामें है, शांति में राम है,
राम ही है एकता मै, प्रगती मै राम है,
राम बस भक्तों नही, शत्रू के भी चिंतन मै है,
देख त्यज के पाप रावण, राम तेरे मन मै है, राम मेरे मन मै है . . . . .

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