Wednesday, April 9, 2008

मेरा कुछ सामान, तुम्हारे पास पडा है
सावन को कुछ भीगे भीगे दिन रखे है
और मेरे एक खत मे लिपटी रात पडी है
वो रात बुझा दो, मेरा वो सामान लौटा दो

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1 comment:

HAREKRISHNAJI said...

paahijen.com/scratchpad मस्त आहे.